Emotional Story in Hindi चिड़िया और पेड़ की कहानी

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Emotional Story in Hindi चिड़िया और पेड़ की कहानी

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चिड़िया ने  घर बनाने के लिए पेड़ से सहायता मांगी

एक नदी के किनारे दो पेड़ थे। उसे रास्ते से एक छोटी सी चिड़िया गुजरी और पहले पेड़ से पूछा बारिश होने वाली है क्या आप  मैं और मेरे बच्चे तुम्हारे टहनी में अपना घोंसला बनाकर रह सकते हैं। लेकिन  उस  पेड़ ने  मना करा दिया।

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दूसरे पेड़ ने घर बनाने के लिए बोल दिया- Emotional Story in Hindi

चिडिया फिर दूसरे पेड़ के पास गयी  गई और वही सवाल पूछा तो दूसरा पेड़ से कहा और वो मान गया चिड़िया अपने बच्चों साथ खुशी खुशी दूसरे पेड़ मे घोसला बनाकर रहने लगी

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एक  दिन इतनी अधिक बारिश हुई कि इसी दौरान पहला पेड़ जड़ से उखड़कर पानी में बह गया। जब चिड़िया ने उस पेड़ को बहते हुए देखा तो कहा जब तुमसे मैं और मेरे बच्चे शरण के लिए आई तब तुमने मना कर दिया था। 

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पहले पेड़  घर बनाने के लिए क्यों माना किया- Emotional Story in Hindi

अब देखो तुम्हारे उसी रूखे  बर्ताव की सजा तुम्हें मिल रही है

 चिड़िया से पेड़ ने क्या कहा- Emotional Story in Hindi

जिसका उत्तर पेड़ में मुस्कुराते हुए दिया। मैं जानता था मेरी जड़ें कमजोर है और इस बारिश में टिक।नहीं पाऊंगा। मैं तुम्हारी और बच्चे की जान खतरे में नहीं डालना चाहता था। मना करने के लिए मुझे क्षमा कर दो और ये कहते कहते पेड़ बह गया।

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कहानी की शिक्षा

 किसी के इनकार को हमेशा उनकी कठोरता न समझे। क्या पता उसके उसी इनकार से आपका भला हो कौन किस परिस्थिति में है? शायद हम नहीं।समझ पाते। इसलिए किसी के चरित्र और शैली उनके वर्तमान व्यवहार से न तौले

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