रुद्राक्ष की उत्पति कैसे हुई (Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra)
शिव (महादेव भी कहे जाते हैं) और रुद्राक्ष दोनों देवताओं से बहुत संबंधित हैं। शिव भगवान को कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। शिव भगवान को रुद्राक्ष की माला धारण करते हुए आपने देखा होगा। रुद्राक्ष भगवान शिव से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे बहुत पवित्र माना जाता है। रुद्राक्ष धारण करने से जीवन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि भगवान शिव ने रुद्राक्ष को अपने आंसूओं से बनाया था। इसलिए इसे भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है। प्राणियों के कल्याण के लिए भगवान शिव ने कई सालों तक ध्यान रखने के बाद अपनी आंखें खोलते ही धरती मां ने रुद्राक्ष के पेड़ों को जन्म दिया।
रुद्राक्ष का अर्थ
हिंदू धर्म में रुद्राक्ष बहुत पवित्र है। शब्द “रुद्राक्ष” दो शब्दों से बना है। पहला शब्द रुद्र का अर्थ है भगवान शिव, और दूसरा शब्द अक्ष का अर्थ है नेत्र। मान्यता है कि भगवान शिव की आँखों से अश्रु गिरे, वहां रुद्राक्ष का वृक्ष उग आया।
रुद्राक्ष के औषधीय गुण
रूद्राक्षों में औषधीय गुण भी हैं। गले में इसकी माला पहनने से बल्ड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही इसके तेल दाद, एग्जिमा और मुहांसों को दूर करता है। रूद्राक्ष भी ब्रोंकल अस्थमा में फायदेमंद हैं। यह भी पहनने से उम्र का प्रभाव कम होता है। रुद्राक्ष धारण करने से घबराहट, दिल की बीमारी आदि से छुटकारा मिलता है।
rudraksh ke prakar aur labh
रूद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को सभी दुःख दूर हो जाते हैं। शिवपुराण ग्रंथ में सोलह प्रकार के रूद्राक्ष बताए गए हैं, जिनके अलग-अलग देवता, ग्रह, राशि और कार्य हैं। रुद्राक्ष के प्रकार और उनके फायदे (Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra)
rudraksh ke prakar aur labh
1 mukhi rudraksh ke fayde
एक मुखी रुद्राक्ष—यह धन, सफलता, शोहरत और ध्यान के लिए सर्वश्रेष्ठ है। सूर्य ग्रह, सिंह राशि और भगवान शंकर इसके देवता हैं। (Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra
rudraksh ka mantra kya hai
एक मुखी रुद्राक्ष मंत्र ॐ ह्रीं नम:
Read Also : How to Learn Hanuman Chalisa (in Hindi or English 2023)
2 mukhi rudraksh ke fayde
दो मुखी रुद्राक्ष इसे आत्मविश्वास और मन की शांति के लिए दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें। इसका ग्रह चंद्रमा, राशि कर्क और देवता अर्धनारिश्वर हैं।(Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra)
दो मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ नम:
3 mukhi rudraksh ke fayde
तीन मुखी रुद्राक्ष—यह एक स्वस्थ जीवन और मन की शुद्धि के लिए पहना जाता है। इसका ग्रह मंगल है, राशि मेष और वृश्चिक है, और अग्नि देवता है। Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra
तीन मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ क्लीं नम:
Read Also :Rakha bandhan 2023, Hindi Dharmik Kahaniya
4 mukhi rudraksh ke fayde
चार मुखी रुद्राक्ष—यह रचनात्मकता, ध्यान और मानसिक क्षमता के लिए धारण किया जाता है। इसका ग्रह बुध, राशि मिथुन और राशि कन्या है. ब्रह्म देव इसका देवता है।
चार मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ ह्रीं नम:
5 mukhi rudraksh ke fayde
पांच मुखी रुद्राक्ष: इसे ध्यान और आध्यात्मिक कार्यों के लिए पहना जाता है। यह भगवान कालाग्नि रुद्र, ग्रह बृहस्पति और राशि धनु और मीन है। Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra
पांच मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ ह्रीं नम:
read Also :Dharmik Story in Hindi गरीब पुजारी ओर भगवान कृष्ण
6 mukhi rudraksh ke fayde
छह मुखी रुद्राक्ष- यह छह मुखी रुद्राक्ष है, जो आत्मविश्वास, बुद्धि, ज्ञान और संचार के लिए जाना जाता है। इसके देवता कार्तिकेय, ग्रह शुक्र और राशि तुला और वृषभ हैं। (Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra)
छह मुखी रुद्राक्ष मंत्र ॐ ह्रीं हूं नम:
7 mukhi rudraksh ke fayde
सात मुखी रुद्राक्ष—यह आर्थिक और करियर में प्रगति के लिए पहना जाता है। ग्रह शनि, राशि मकर और कुंभ इसके देवता हैं।(Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra)
सात मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ हूं नम:
8 mukhi rudraksh ke fayde
आठ मुखी रुद्राक्ष: करियर में आने वाली बाधाओं और मुश्किलों को दूर करने के लिए इसे पहनना चाहिए। गणेश देवता और राहु ग्रह है। (Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra
आठ मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ हूं नम:
9 mukhi rudraksh ke fayde
नौ मुखी रुद्राक्ष – नौ मुखी रुद्राक्ष ऊर्जा, शक्ति, साहस और निडरता का प्रतीक हैं।देवी दुर्गा और ग्रह केतु इसके देवता हैं। (Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra)
नौ मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ ह्रीं हूं नम:
10 mukhi rudraksh ke fayde
दस मुखी रुद्राक्ष—यह नकारात्मक शक्तियों, दृष्टि दोष और वास्तु और कानूनी मुद्दों से बचाता है। इसका देवता विष्णु है।
दस मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ ह्रीं नम:
11 mukhi rudraksh ke fayde
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष—यह आत्मविश्वास बढ़ाता है, निर्णय लेता है, क्रोध को नियंत्रित करता है और यात्रा के दौरान बुरी ऊर्जा से बचाता है। इसका देवता हनुमान, ग्रह मंगल और राशि मेष Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantraऔर वृश्चिक।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ ह्रीं हूं नम:
12 mukhi rudraksh ke fayde
बारह मुखी रुद्राक्ष—यह नाम, शोहरत, सफलता, प्रशासनिक कौशल और नेतृत्व गुणों को बढ़ाता है। सूर्य देव, सूर्य ग्रह और सिंह राशि के देवता हैं। (Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra)
बारह मुखी रुद्राक्षमंत्र-ॐ रों शों नम: ऊं नम:
13 mukhi rudraksh ke fayde
तेरह मुखी रुद्राक्ष—यह धन, आकर्षण और तेज के लिए धारण किया जाता है। इंद्र देव, ग्रह शुक्र और राशि तुला और वृषभ हैं।
तेरह मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ ह्रीं नम:
14 mukhi rudraksh ke fayde
चौदह मुखी रुद्राक्ष—यह छठी इंद्रीय को जगाने और सही निर्णय लेने की क्षमता देने के लिए धारण किया जाता है। शिव देवता है, शनि ग्रह है और मकर और कुंभ राशि हैं।Rudraksh Ke Labh in Hindi or Uske Mantra
चौदह मुखी रुद्राक्ष मंत्र- ॐ नम:।
गणेश रुद्राक्ष: इसे धारण करना ज्ञान, बुद्धि और एकाग्रता को बढ़ाना, सभी क्षेत्रों में सफलता पाना और केतु के बुरे प्रभावों से बचना चाहिए। गणेश भगवान इसका देवता हैं।
गणेश रुद्राक्ष मंत्र ॐ श्री गणेशाय नम:
गौरी शंकर रुद्राक्ष: परिवार में सुख-शांति, विवाह में देरी, कोई संतान नहीं होना और मानसिक शांति के लिए इसे धारण करें। इसका ग्रह चंद्रमा, राशि कर्क और देवता शिव-पार्वती हैं।
गौरी शंकर रुद्राक्ष मंत्र- ॐ गौरी शंकराय नम:
रुद्राक्ष की माला के साथ तुलसी की माला पहनना वर्जित है